["Dariya" के बोल]
[Verse 1]
नीचे बंद कमरों में घुटन तो होती है
छत पे आता हूँ तो मैं, आसमाँ हो जाता हूँ मैं
कौन किसको बताता है यहाँ आसमाँ होने की बात?
खुद ही को तो छूना है और खुद ही के साथो-साथ
कौन किसको बताता है?
[Verse 2]
शहर की चमक से, धोखा तो होता है
ज़मीर पे आता हूँ तो मैं, ज़मीं हो जाता हूँ मैं
कौन किसको बताता है यहाँ ज़मीं होने की बात?
खुद ही को तो चलना है और खुद ही के साथो-साथ
कौन किसको बताता है?
[Verse 3]
दिमाग से जीने में उलझन तो होती है
दिल पे आता हूँ तो मैं, दरिया हो जाता हूँ मैं
कौन किसको बताता है यहाँ दरिया होने की बात?
खुद ही को तो डुबोना है और खुद ही के साथो-साथ
कौन किसको बताता है?
Dariya was written by .
Dariya was produced by Ramil Ganjoo.
Ramil Ganjoo released Dariya on Fri May 06 2022.
So, this song is a very special one for me because it’s written by my father. And, I think what was going on in his mind when writing it was how the society confines you and, creates barrier for you to be free.
“नीचे बंद कमरों में घुटन तो बहुत होती है
छत पर आता हूँ तो आसमाँ हो जाता हूँ”
And not just...