[Chorus]
ऊँचे पर्वत, गहरे सागर, सबका बोझ उठाए
इसी लिए तो ये धरती, धरती माता कहलाए
ऊँचे पर्वत, गहरे सागर, सबका बोझ उठाए
इसी लिए तो ये धरती, धरती माता कहलाए
ऊँचे पर्वत, गहरे सागर…
[Verse 1]
फूलों को बोझ न समझे, चाहे झुक जाए डाली
फूलों को बोझ न समझे, चाहे झुक जाए डाली
होगी वो कोई अभागन, जिस माँ की गोद हो खाली
जिस माँ का हो न बेटा, मर के भी जन्नत न पाए
[Chorus]
ऊँचे पर्वत, गहरे सागर, सबका बोझ उठाए
इसी लिए तो ये धरती, धरती माता कहलाए
ऊँचे पर्वत, गहरे सागर…
[Verse 2]
बिन माँ का है सीपि, बेटा है उसका मोती
माता की आँखें दीपक, बेटा है उनकी ज्योति
ये अमर प्राण दुनिया में युग-युग से चलता आए
[Chorus]
ऊँचे पर्वत, गहरे सागर, सबका बोझ उठाए
इसी लिए तो ये धरती, धरती माता कहलाए
ऊँचे पर्वत, गहरे सागर…
[Verse 3]
एक बेटा भी था ऐसा, जो निकला कातिल माँ का
एक बेटा भी था ऐसा, जो निकला कातिल माँ का
जब वार वो करके भागा, तो यूँ बोला दिल माँ का
मत भाग, मैं तुझ पर वारी, तुझे ठोकर न लग जाए
[Chorus]
ऊँचे पर्वत, गहरे सागर, सबका बोझ उठाए
इसी लिए तो ये धरती, धरती माता कहलाए
ऊँचे पर्वत, गहरे सागर…
Oonche Parbat Gehre Sagar was written by Rajinder Krishan.
Oonche Parbat Gehre Sagar was produced by Chitragupta.
Lata Mangeshkar released Oonche Parbat Gehre Sagar on Thu Jan 01 1959.