जहाँ हवा से मिले दरिया
वहाँ यादों की है नदिया
ओ जान मेरी अब सो जाओ
जो चाहो नादिया में पाओ
गहरे पानी में जो उतरो
मिल जाएगा रास्ता तुमको
इस दुनिया में पर दूर ना जाओ
इस नादिया में कहीं डूब ना जाओ
जो दिल से तू ये गीत सुने
तुझपे नादिया जादू झलकाए
पर जीत लिया डर जो तूने
तुझको नादिया सच दिखलाए
जहाँ हवा से मिले दरिया
वहाँ यादों की है नदिया
ओ जान मेरी अब सो जाओ
जो चाहो नादिया में पाओ
Yaadon Ki Nadiya was written by Kausar Munir.