पीहू पीहू पीहू कोयल बोले
होले होले होले मनवा डोले
कहना न माने तेरी
दर्द नजर
दुनिया पे बैठे मेरे
मनन के खोले
मस्ती में आज भरा
आँजख में रंग नया
पलकों ने सिख लिया
झुकने के दांग नया
मस्ती में आज भरा
आँजख में रंग नया
पलकों ने सिख लिया
झुकने के दांग नया
आई भवरे से तो ये
कलियों से खेलो होली
पीहू पीहू पीहू कोयल बोले
होले होले होले मनवा डोले
कहना न माने तेरी
दर्द नज़र
दुनिया पे बाते मेरे
मनन के खोले
पीहू पीहू पीहू कोयल बोले
होले होले होले मनवा डोले
कहना न माने तेरी
दर्द नजर
दुनिया पे बैठे मेरे
मनन के खोले
Pihu Pihu Koyal Bole was written by Anjum Jaipuri.