तू नहीं तो जिन्दगी में और क्या रह जाएगा
तू नहीं तो
तू नहीं तो जिन्दगी में और क्या रह जाएगा
तू नहीं तो
दूर तक तनहईयों का,दूर तक तनहईयों का
सिलसिला रह जाएगा
तू नहीं तो
दर्द की सारी तहें और सारे गुज़रे हादसे
दर्द की सारी तहें और सारे गुज़रे हादसे
सब धुआँ हो जायेंगे, एक वाकिया रह जाएगा
तू नहीं तो जिन्दगी में और क्या रह जाएगा
तू नहीं तो
यूँ भी होगा वो मुझे, दिल से भूला देगा मगर
यूँ भी होगा वो मुझे, दिल से भूला देगा मगर
ये भी होगा खुद उसी में एक खला रह जाएगा
तू नहीं तो जिन्दगी में और क्या रह जाएगा
तू नहीं तो
दायरे इन्कार के इकरार की सरगोशिया
दायरे इन्कार के इकरार की सरगोशिया
ये अगर टूटे कभी तो फासला रह जाएगा
तू नहीं तो जिन्दगी में और क्या रह जाएगा
तू नहीं तो
Tu Nahin To Zindagi Men Aur Kya was written by .
Tu Nahin To Zindagi Men Aur Kya was produced by Jagjit Singh.
Chitra Singh released Tu Nahin To Zindagi Men Aur Kya on Tue Aug 17 1982.