Tere Khushboo Mein Base Khat by Jagjit Singh
Tere Khushboo Mein Base Khat by Jagjit Singh

Tere Khushboo Mein Base Khat

Jagjit Singh * Track #1 On Arth

Tere Khushboo Mein Base Khat Lyrics

तेरे ख़ुशबू में बसे ख़त, मैं जलाता कैसे
प्यार में डूबे हुये ख़त, मैं जलाता कैसे
तेरे हाथों के लिखे ख़त, मैं जलाता कैसे

जिनको दुनिया की निगाहों से छुपाये रखा
जिनको इक उम्र कलेजे से लगाये रखा
दीन जिनको, जिन्हें ईमान बनाये रखा
तेरे खुशबू में बसे ख़त, मैं जलाता कैसे

जिनका हर लफ़्ज़ मुझे याद था पानी की तरह
याद थे मुझको जो पैग़ाम-ए-ज़ुबानी की तरह
मुझको प्यारे थे जो अनमोल निशानी की तरह
तेरे खुशबू में बसे ख़त, मैं जलाता कैसे

तूने दुनिया की निगाहों से जो बचकर लिखे
साल-हा-साल मेरे नाम बराबर लिखे
कभी दिन में तो कभी रात को उठ कर लिखे

तेरे खुशबू में बसे ख़त, मैं जलाता कैसे
प्यार में डूबे हुये ख़त, मैं जलाता कैसे
तेरे हाथों के लिखे ख़त, मैं जलाता कैसे

तेरे ख़त आज मैं गंगा में बहा आया हूँ
तेरे ख़त आज मैं गंगा में बहा आया हूँ
आग बहते हुये पानी में लगा आया हूँ

Tere Khushboo Mein Base Khat Q&A

Who wrote Tere Khushboo Mein Base Khat's ?

Tere Khushboo Mein Base Khat was written by .

Who produced Tere Khushboo Mein Base Khat's ?

Tere Khushboo Mein Base Khat was produced by Jagjit Singh.

When did Jagjit Singh release Tere Khushboo Mein Base Khat?

Jagjit Singh released Tere Khushboo Mein Base Khat on Tue Aug 17 1982.

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