टकटकी निहारूँ रे
टकटकी निहारूँ रे
बाट तकूँ तेरी
रास्ता सवारूँ रे राह देखूँ तेरी
रिश्ता है मुझसे सच्चा तेरा
फिर भी क्यूँ डर जाए मन ये मेरा
नैन बिछे राह सजी
अब आजा द्वारे पे अब ना कर देरी
आजा रे
टकटकी निहारूँ रे
हर आहट कान धरूँ अब आए तब आए
फूलों की हर क्यारी किलकारी से गाए
जानती हूँ आएगा तू खुशियाँ बरसाएगा तू
फिर भी क्यूँ सहमा है ये सवेरा
रिश्ता है मुझसे सच्चा तेरा
फिर भी क्यूँ डर जाए मान ये मेरा
नैन बिछे राह सजी
सूरज के संग क्यूँ है रात अंधेरी
आजा रे
चंदा में छवि तेरी मुझको दिख जाए
तेरा ही सन्देसा एक हवा भी लाए
सब कुछ धुला धुला है
आसमाँ खुला खुला है
फिर भी क्यूँ इक बादल डाले है डेरा
रिश्ता है मुझसे सच्चा तेरा
फिर भी क्यूँ डर जाए मन ये मेरा
नैन बिछे राह सजी
हो तुझसे जुड़ी है अब साँसें भी मेरी
आजा रे...
Tak Taki was written by Prasoon Joshi.
Pratibha Singh Baghel released Tak Taki on Mon Apr 22 2019.