Jamuna Tat Shyaam Khelen Hori

Sardar Akhtar * Track #4 On Aurat (1940)

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Jamuna Tat Shyaam Khelen Hori by Sardar Akhtar (Ft. Arun Ahuja)

Performed by
Sardar Akhtar

Jamuna Tat Shyaam Khelen Hori Lyrics

जमुना तट श्याम
खेलें होरी जमुना तट
जमुना तट श्याम
खेलें होरी जमुना तट
जमुना तट श्याम
खेलें होरी जमुना तट
जमुना तट श्याम
खेलें होरी जमुना तट

वृन्दावन में धूम मची है
उदय हवा में गुलाल
हाँ हाँ उदेय हवा में गुलाल
वृन्दावन में धूम मची है
हो बोलो कृष्ण चन्द्र की जय
वृन्दावन में धूम मची है
उदय हवा में गुलाल
हाँ हाँ उदेय हवा में गुलाल
भर पिचकारी मारी राधा
श्याम हुँ अक्खे लाल
भर पिचकारी मारी राधा
श्याम हुँ अक्खे लाल
हाँ हाँ उदेय हवा में गुलाल
हाँ हाँ उदेय हवा में गुलाल
जमुना तट श्याम
खेलें होरी जमुना तट
जमुना तट श्याम
खेलें होरी जमुना तट

रंग उछलता गागर चलती
रंग गयी राधा भोली
हाँ हाँ रंग गयी राधा भोली
रंग उछलता गागर चलती
बोलो राधे रानी की जय
रंग उछलता गागर चलती
रंग गयी राधा भोली
हाँ हाँ रंग गयी राधा भोली
रास रचाए कृष्ण
कन्हैय्या होली आई होली
रास रचाए कृष्ण
कन्हैय्या होली आई होली
हाँ हाँ होली आई होली
हाँ हाँ होली आई होली
जमुना तट श्याम
खेलें होरी जमुना तट
जमुना तट श्याम
खेलें होरी जमुना तट
जमुना तट श्याम खेलें होरी
जमुना तट बोलो राधे कृष्ण की जय

Jamuna Tat Shyaam Khelen Hori Q&A

Who wrote Jamuna Tat Shyaam Khelen Hori's ?

Jamuna Tat Shyaam Khelen Hori was written by Safdar Aah.

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