[Sandeep Nath "Hum Sirf Musafir Hain" के बोल]
[Verse 1]
हर पल ज़िन्दगी एक इम्तेहान है
इम्तेहान में हम दोनों का नाम है
वक़्त से मिलकर करे ज़िन्दगी नई साज़िशें
अपने बस में है के बस हम करें कोशिशें
[Pre-Chorus]
किसके हाथों में भला क़िस्मत की डोर है
मंज़िल का मालिक यहाँ पे कोई और है
[Chorus]
हम सिर्फ़ मुसाफ़िर हैं, हम सिर्फ़ मुसाफ़िर—
हम सिर्फ़ मुसाफ़िर हैं, हम सिर्फ़ मुसाफ़िर—
[Verse 2]
आँखों में आँसू आते हैं अक्सर
पर वो बहते हैं बस दिल के अंदर
ग़म हो या ख़ुशियाँ, चलते जाना है
नहीं ख़बर अपना कहाँ ठिकाना है
[Pre-Chorus]
किसके हाथों में भला क़िस्मत की डोर है
मंज़िल का मालिक यहाँ पे कोई और है
[Chorus]
हम सिर्फ़ मुसाफ़िर हैं, हम सिर्फ़ मुसाफ़िर—
हम सिर्फ़ मुसाफ़िर हैं, हम सिर्फ़ मुसाफ़िर—
[Verse 3]
एक जंग हर दिन यहाँ पे चलती है
हार-जीत हर पल यहाँ बदलती है
अग्नि-परीक्षा से गुज़र के जाना है
जल-जल के कुंदन सा बन जाना है
[Pre-Chorus]
किसके हाथों में भला क़िस्मत की डोर है
मंज़िल का मालिक यहाँ पे कोई और है
[Chorus]
हम सिर्फ़ मुसाफ़िर हैं, हम सिर्फ़ मुसाफ़िर—
हम सिर्फ़ मुसाफ़िर हैं, हम सिर्फ़ मुसाफ़िर—
Hum Sirf Musafir Hain was written by Sandeep Nath.
Hum Sirf Musafir Hain was produced by B SHOW & Prasun Jha.
Sandeep Nath released Hum Sirf Musafir Hain on Mon Sep 15 2025.