[Nakash Aziz "Ek Muthhi Raakh" के बोल]
[Intro]
ओ-हो-हो
हो, हो-ओ, हो
[Verse 1]
एक मुट्ठी राख बेचारी, छुप-छुप बहती जाए
अश्क इसके आए नज़र ना, छुप-छुप रोती जाए
किसकी-किसकी लगेंगी ठोकरें, किसके लगेंगे पाँव?
जाना कहाँ है, जाने ना, धूप मिलेगी या छाँव
[Refrain]
अहम कैसा, वहम कैसा, जीवन क्यों इठलाए
ख़ाक में मिलना जिसे, जीवन वो इतराए
[Verse 2]
ताने मारे, तंज़ कसे, हँसी उड़ाए क्यों?
दुख से जो घबराया है, उसे सताए क्यों?
खुशियाँ खुद बंजारन हैं, नहीं ठिकाना एक
फिर भी एक-दूजे पे सारे, खंजर रहे हैं फेंक
खंजर रहे हैं फेंक
[Verse 3]
करम जैसा, फल वैसा, सदियों की ये रीत
तोड़े से भी टूटेगी ना, इनमें ऐसी प्रीत
किसकी-किसकी लगेंगी ठोकरें, किसके लगेंगे पाँव?
जाना कहाँ है, जाने ना, धूप मिलेगी या छाँव
[Outro]
ओ-हो-हो (धूप मिलेगी या छाँव)
ओ-हो-हो (धूप मिलेगी या छाँव)
हो, हो-ओ-ओ (धूप मिलेगी या छाँव)
हो (धूप मिलेगी या छाँव)
Ek Muthhi Raakh was written by Kuku Prabhas.
Ek Muthhi Raakh was produced by Rickie.
Nakash Aziz released Ek Muthhi Raakh on Tue Jun 24 2025.