Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar & Mohammed Rafi
Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar & Mohammed Rafi
यूँ हसरतों के दाग़ मोहब्बत में धो लिए
ख़ुद दिल से दिल की बात कही और रो लिए
यूँ हसरतों के दाग़ मोहब्बत में धो लिए
ख़ुद दिल से दिल की बात कही और रो लिए
यूँ हसरतों के दाग़...
घर से चले थे हम तो ख़ुशी की तलाश में
घर से चले थे हम तो ख़ुशी की तलाश में
ख़ुशी की तलाश में
ग़म राह में खड़े थे, वही साथ हो लिए
ख़ुद दिल से दिल की बात कही और रो लिए
यूँ हसरतों के दाग़...
मुरझा चुका है फिर भी ये दिल फूल ही तो है
मुरझा चुका है फिर भी ये दिल फूल ही तो है
हाँ, फूल ही तो है
अब आप की ख़ुशी से काँटों में तौलिए
ख़ुद दिल से दिल की बात कही और रो लिए
यूँ हसरतों के दाग़...
होंठों को सी चुके तो ज़माने ने ये कहा
होंठों को सी चुके तो ज़माने ने ये कहा
ज़माने ने ये कहा
ये चुप सी क्यूँ लगी है? अजी, कुछ तो बोलिए
ख़ुद दिल से दिल की बात कही और रो लिए
यूँ हसरतों के दाग़ मोहब्बत में धो लिए
ख़ुद दिल से दिल की बात कही और रो लिए
यूँ हसरतों के दाग़...
Yun Hasraton Ke Dagh (From ”Adalat”) was written by Rajendra Krishan.
Yun Hasraton Ke Dagh (From ”Adalat”) was produced by Madan Mohan.
Lata Mangeshkar released Yun Hasraton Ke Dagh (From ”Adalat”) on Wed Dec 31 1958.