“Thehra” explores themes of hope and romanticism. Chaar Diwaari describes it as capturing the warmth and ecstasy of a lover’s embrace, offering peace to a lost soul. The lyrics convey a sense of finding stability and solace in the arms of a loved one, while also battling each other’s flaws, but fina...
[Chaar Diwaari "Thehra" के बोल]
[Intro]
तू सुन भी रहा है, मैं क्या बोल रही हूँ?
Oh, aah, aah, ahem
[Chorus]
तुम जो भर लो मुझे बाँहों में इस तरह
ठहरा-सा लगे वो बिखरता था जो जहाँ
तुम जो भर लो मुझे बाँहों में इस तरह
ठहरा-सा लगे वो बिखरता था जो जहाँ
[Post-Chorus]
Oh, oh, oh
Aah
Aah, ayy (Pudik), ayy (Pudik), ayy (Pudik)
[Verse]
बचता सागर से था, कश्ती में डूबा मैं
डरता ये दुनिया से हूँ मैं ज़रा-सा
निकला मैं घर से था लेके पता तेरा
रस्ते में भूला मैं, रस्ता कहाँ का?
पकड़ा जो तूने तो दिल को सुकून मिला
साँसों से ले रहा तेरा नाम (Thank you, यार)
अँधेरी राहों से, कुत्ती निगाहों से छुटकारा मिला आखिरकार
साँसों की सरगम से गाता हूँ नगमें
ढूँढा मैं दुनिया, मेरी जगह नहीं जग में
भटके मुसाफ़िर को घर पे बुला लिया, बाँहों में भरा इस तरह
[Bridge]
गिरता, पड़ता, ठहरा, ठहरा
गिरता, पड़ता, ठहरा, ठहरा
[Chorus]
तुम जो भर लो मुझे बाँहों में इस तरह
ठहरा-सा लगे वो बिखरता था जो जहाँ
तुम जो भर लो मुझे बाँहों में इस तरह
ठहरा-सा लगे वो बिखरता था जो जहाँ
Thehra was written by Chaar Diwaari.
Thehra was produced by Chaar Diwaari.
Chaar Diwaari released Thehra on Thu Mar 21 2024.