[Verse 1]
बीती मोरी रतियाँ सारी
आँखियाँ ही बहावे
मन बिसरी सा होवे
जाने कौन रोग लगा ये
वो जो लागी लगन प्रेम की
दाग ही क्यों पावे
पावे दाग कभी न पावे
बाह ये तोरी
[Chorus]
सावरिया
दुख ही दुख में समाए
सावरिया
दुख ही दुख में समाए
[Verse 2]
अब ना होये
मन की लगन तोसे
मन की बात
कुछो ना होये
ख़ाक सा लागे
ये जीवन
लागे बेचैन
ये मन
ख़ाक सा लागे
ये मन
बेचैन ये
जीवन
[Chorus]
सावरिया
दुख ही दुख में समाए
सावरिया
दुख ही दुख में समाए
सावरिया
सावरिया
काहे किया
तूने पिया
saawariya (Romanized) was written by Vasu Raina.
saawariya (Romanized) was produced by UKato.
Vasu Raina released saawariya (Romanized) on Fri May 03 2024.