तेरी ज़िन्दगी को ज़िन्दगी बनाने आया पैसा
बेरंगी दुनिया को रंगीं बनाने आया पैसा
अंधेरे कमरों में बत्ती जलाने आया पैसा
सपने तेरे सच्चे करके दिखाने आया पैसा
बिन तेरे भी जीने का आया है
जो चाहा था तूने वो पाया है
सब पैसों की लीला है माया है
पतझर का भी मौसम ला दे सावन जैसा
ज़िन्दगी को ज़िन्दगी बनाने आया पैसा...
जो तेरे, शौक हैं
शौक से आज पूरे करले सभी
बाकी ना रह जाए कुछ कसर
आगे का तेरा लम्बा है सफ़र
यहाँ से नहीं देखेगा तू पीछे मुड़ के कभी
जो कभी, बिन पढ़े
फाड़ के फेंकता था अर्जी तेरी
जमाना बदला है वो ब्रदर
करेगा अब से तेरी कदर
पूरी ना सही आधी तो मनेगा मर्ज़ी तेरी
ग़म तेरे तू पीछे छोड़ आया है
और मुस्कुराना तुझे आया है
सब पैसों की लीला है माया है
बारह को भी देखो लगे बावन जैसा
तेरे जीवन के चक्के घुमाने आया पैसा
तेरी बेकारी के छक्के छुड़ाने आया पैसा
अंधेरे कमरों में बत्ती जलने आया पैसा
सपने तेरे सच्चे करके दिखाने आया पैसा
Paisa was written by Amitabh Bhattacharya.
Paisa was produced by Ajay-Atul.