[gini "Naadaani" के बोल]
[Verse 1]
आख़िरी लम्हे
ज़ुबां पर थे ठहरे
छुपा रख लूं इन्हें
कहीं गुल में गुम ना जाएँ
[Pre-Chorus]
आए शरद में कहीं भटके जैसे पत्ते
यादों में भी चुभते हैं ये हटके
छोड़ इन्हें आओ, अब ना सताओ इन्हें
बताओ बस ये
[Chorus]
तुम क्यों गएँ (क्यों गएँ, क्यों गएँ)
बताया नहीं (नहीं, नहीं)
रोका समय (समय, समय)
दिखोगे कहीं
थी ये नादानी, नादानी
नादानी, नादानी
[Verse 2]
आख़िरी पन्ने
लिखने जो थे मन में
थे वो कड़वे
हक़ीक़त ना हो जाएँ
[Pre-Chorus]
शरद में कहीं भटके जैसे पत्ते
यादों में भी चुभते हैं ये हटके
छोड़ इन्हें आओ, अब ना सताओ इन्हें
बताओ बस ये
[Chorus]
तुम क्यों गएँ (क्यों गएँ, क्यों गएँ)
बताया नहीं (नहीं, नहीं)
रोका समय (समय, समय)
दिखोगे कहीं
नादानी, नादानी
नादानी, नादानी
[Bridge]
(नादानी) अब कुछ ना रहा, मैं बंजर ज़मीं
(नादानी) परवाह है सूखी, आँसु से रची
(नादानी) देखा अनदेखा कर यूँ गुम गई
(नादानी) पर घर ना मिले 'गर मैं हूँ यहीं
[Outro]
अब कुछ ना रहा, मैं बंजर ज़मीं
परवाह है सूखी, आँसु से रची
देखा अनदेखा कर यूँ गुम गई
पर घर ना मिले 'गर मैं हूँ यहीं
Naadaani was written by gini (IND).
Naadaani was produced by Bharath.
gini (IND) released Naadaani on Thu Jul 31 2025.