तुम बहुत डरे हुवे हो
(चुप कर मदर्क**द)
पोशंपा भाई पोशंपा कलंकार में क्या हुआ
एक लौंदे ने गा**द मराई
अब तो सबको आना पड़ेगा खेल की चोट भी खानी पड़ेगी
हार के घाम में पीना पड़ेगा
अपनी उमर से छ्होटे रॅपर के अंडर साइंड है
शरम कर
रिपीट इट लाउड मोतेरफ़ू**अर
वित मे वेन ई से फ*क्के कलंकार
इनकी दुनिया है च*टिया
बाकी सब समझदार
रिपीट इट लाउड मोतेरफ़ू**अर
वित मे वेन ई से फ*क्के कलंकार
टीम से मिले पुश अब क्यूँ की तेरी हो गयी उमर
और इश्स बीफ के बाद पता नि कब जाए तू मार
मुहफ़ाड बेटा बिना बोले गाढ़ता ज़मीन में
ग्रो होते अंडरग्राउंड रॅपर्स फिर सीन में
डॉल्लार साइन नि मैं सिक्का
ई मीन मैं सच में चाणकया
ब्रो तेरे मालिक का गर्दन पे आ लिपटा
पर ध्यान दे क्या लिखा
उसे करूँ गाली का
अंकित भाई मैने डिस पूरी फेर मारी
क्रस्ना खिलोना मैने गुड़िया ये बेच मारी
ज़िंदगी भर रखो चाहे ये कालेश जारी
हिलना पाओगे ये अंगद का पैर भारी
अची ख़ासी ज़िंदगी में हड़बड़ी सा
छीनाल का इलाज लाया सरचाढ़ि का
मूत में से पकड़ते माकची नि हम
शार्क तेरे जैसे वो मूत जलपरी का
तू सबसे खोखला आदमी गोले का
शिवा वाणी मे तांडव भोले का
तू मेरी बंदी को जानता ही नही
फुंसी से छ्होटा है साइज़ तेरे एल*दे का
टाँगो के बीच जोड़ा अजवाइन गोते का
मुहफ़ाड को फ़र्क नि वो 10 फन खो देगा
घरवालो पे बोलेगा गौरव मा च*द देगा
रागा के साथ वाली कब्र तेरी खोदेगा
और ये बेसुरा बात करे क्लॅसिकल
भाइयों किसी भी सुर में पाद दो तो क्रस्ना ही बोलेगा
इनके पीछे से लड़ने को बाप ताओ भोत है
ज़िंदगी में रोज़ मेरी तापटा हू मौत मैं
तू धमकिया देके बने कूल
ठंड रख तेरी लंका दहेगी फिर से रावण को ख़ौफ़ है
ये होता क्या अववव..
ऐसे तो करती लुगाई है
बोलो बेटा #रा
मूह में लेने का टाइम है
बेटा मूह खोलो आ केला मिलेगा लंच टाइम मे
च्चिनाल बोली वा
यह तो अछा ख़ासा साइज़ है
टीवी पे आया मैं करियर के तीसरे महीने में
फेम की चुल्ल तो तभी ख़तम थी सीने में
किया हसल तभी पहुचा यहा तक
आर्टिस्ट्तान मार के आया तुझ बहन के दीने पे
Moksh (Romanized) was written by Muhfaad.
Muhfaad released Moksh (Romanized) on Sat Feb 01 2020.