[Karun "Mazza" ft. GHILDIYAL & UNIYAL के बोल]
[Intro: Karun]
आने लगा है मज़ा
ओ, मेरी जां
ओ, मेरी जां
आने लगा है मज़ा
ओ, मेरी जां
ओ, मेरी जां
[Verse 1: GHILDIYAL]
मी मी नि छू ता कू छू लाटी, बता मेटे
त्वे ते ज़्यादा पता यु ता पता होलु कू छू मी (Yeah)
मेरा बारे में से ज़्यादा सोचना
यु लोग काणा ढोंग होयु लोको कू
आम डन विद दिस शिट
सचि लाटी, काखे काखे अपना मा ख्वे की
मिन अपनो तह खोजी, मेरा अपना ही खोजणा
छण आज मिटे पर्तो मा, हाँ ह्वेगो मतलबी
ए ग्यो चर्चो मा
क्या क्या मेरो हरचि क्या
क्या क्या मेरो खर्चि क्या
बचपन ये भागते हुए काट दिया
ज्वानी के पीछे मैंने तो दानों से जीना सीखा
और यारों में पीने बैठा तो गैरों को नीचा दिखाया
गैरों से मिला तो सीखा दोस्त ये है दृष्टिकोण
अन्जानों से हाथ और विचार जोड़े
परतें दो-चार नहीं, लाख जोड़ी
परतों पे परतें हैं
चेहरे अनेक मेरे, पढ़ते रह, पढ़ते रह
चेहरे और नक़्शे हैं पर सब है fashion
बदलता देख लिया दुनिया को
दुनिया ने मुझको नहीं देखा कि मैं कौन हूँ
[Refrain: GHILDIYAL]
कू छू मी
त्वेते पता नि
कैते पता नि
मैतै पता छ
[Verse 2: UNIYAL]
साफ़ करना, बिखरे को समेटना
माफ़ करना, उधड़ेपन की अफेलना
डाक पड़ना, आँखों की चेतना
राख करना, अग्नि का उद्देश्य ना
आमना-सामना, मेरे दिल की कामना
वो चेहरा कौनसा जो गोले दाग रहा
वो चेहरा कौनसा जो करता आराधना
वो चेहरा कौनसा जो वादे बाँट रहा
वो चेहरा कौनसा जो धागे काट रहा
मौत खड़ी सामने, वो फीते बाँध रहा
क्योंकि आने लगा है मज़ा भागने में
आने लगा है मज़ा झाँकने में
[Verse 3: Karun]
मेरे बारे जिसने जिसको जितना बोलना
साला बोल दो सबको, कोई कसर नहीं छोड़ना
मेरे बारे जिसने जिसको जितना बोलना
साला बोल दो सबको, कोई कसर नहीं छोड़ना
पैसा सर चढ़ता है, असर करता रोकड़ा
मैंने देख ली मौत, अब मुझे कोई ना रोक रहा
पैसा सर चढ़ता है, असर करता रोकड़ा
मैंने देख ली मौत, अब मुझे कोई ना रोक रहा (Yeah)
मेरे दिमाग में क्या है, पूरी जनता जानती
मुझे पढ़ लिया गया, अब आएगी क्रांति
मैं लिख के लाऊँगा प्रेमचंद भांति
मेरा खून माटी, मेरे मन में शांति
सदा लीन रहता, किसी योगी भाति
मुझे खुद को पता नहीं, कब करूँ समाप्ति
मैं तो क़लम चलाता, बस मंटो भांति
मेरा नाम भी लेंगे कभी इनके साथ ही
मैं पारदर्शी, मेरे पीछे गांधी
मेरे आगे बोस, ख़ुद लूँ समाधि
मैं सुनता किसी की नहीं
मुझे मेरी माँ ही सांभती
मैं पारदर्शी, मेरे पीछे गांधी
मेरे आगे बोस, ख़ुद लूँ समाधि
मैं सुनता किसी की नहीं
मुझे मेरी माँ ही सांभती
[Refrain: GHILDIYAL & Karun]
कू छू मी
त्वेते पता नि
कैते पता नि
मैतै पता छ
कू छू मी (आने लगा है मज़ा)
त्वेते पता नि (ओ, मेरी जां)
कैते पता नि (ओ, मेरी जां)
मैतै पता छ
[Chorus: Varun]
आने लगा है मज़ा
ओ, मेरी जां
ओ, मेरी जां
आने लगा है मज़ा
ओ, मेरी जां
ओ, मेरी जां
आने लगा है मज़ा
ओ, मेरी जां
ओ, मेरी जां
आने लगा है मज़ा
ओ, मेरी जां
ओ, मेरी जां
Mazza was written by Karun (IND) & GHILDIYAL & UNIYAL.
Mazza was produced by Lambo Drive.
Karun (IND) released Mazza on Mon Jun 16 2025.