इन अश्कों को "पानी" कहना, भूल नहीं, नादानी है
इन अश्कों को "पानी" कहना, भूल नहीं, नादानी है
तन-मन में जो आग लगा दे
तन-मन में जो आग लगा दे ये तो ऐसा पानी है
इन अश्कों को "पानी" कहना, भूल नहीं, नादानी है
कैसे तुमसे इश्क़ हुआ था, क्या-क्या हम पर बीती है
कैसे तुमसे इश्क़ हुआ था, क्या-क्या हम पर बीती है
सुन लो तो सच्चा अफ़साना, वरना एक कहानी है
तन-मन में जो आग लगा दे ये तो ऐसा पानी है
इन अश्कों को "पानी" कहना, भूल नहीं, नादानी है
शैख़-ओ-बरहमन, ज़ाहिद-ओ-वाइज़, पीरी में ये क्या जानें
शैख़-ओ-बरहमन, ज़ाहिद-ओ-वाइज़, पीरी में ये क्या जानें
भूल भी हो जाती है इसमें, इसका नाम जवानी है
तन-मन में जो आग लगा दे ये तो ऐसा पानी है
इन अश्कों को "पानी" कहना, भूल नहीं, नादानी है
दुख-सुख सहना और ख़ुश रहना, इश्क़ में लाज़िम है ये, सहर
दुख-सुख सहना और ख़ुश रहना, इश्क़ में लाज़िम है ये, सहर
दिल वाले हो, मत घबराओ, ये तो रीत पुरानी है
तन-मन में जो आग लगा दे
तन-मन में जो आग लगा दे ये तो ऐसा पानी है
इन अश्कों को "पानी" कहना, भूल नहीं, नादानी है
In Ashqon Ko was written by Kanwar Mohinder Singh Bedi.
In Ashqon Ko was produced by Jagjit Singh.
Jagjit Singh released In Ashqon Ko on Fri Apr 12 2002.