[फिडेलक्राफ्ट "हम खुदा नहीं थे" बोल]
[Verse 1]
ख़्वाब भी दौड़े नंगे पाँव तेरी और थे
ख़्याल तेरे सुर में बाकी शोर थे
हम उनको ही सुनते गए
मैंने ही बनाया खुदा तुझे अपने ही कलम से था
हा थोड़ा परेशान तेरे ज़ुल्म से था
तो आयते पढ़ते गए
[Pre-Chorus]
फितूर को बनाके जामिया
जब ढूंढते मुझमै तुम खामियाँ
तुम ऐसे कैसे बदल गये
हम गिर गए तुम संभल गए
[Chorus]
मेरी हर ग़ज़ल में तेरा ही तो घर हैं
तेरे एक ख़्याल में भी अब हम नहीं थे
अब हम ज़रा ज़रा लिखते हैं बुरा
क्या करे हैं शायर, हम खुदा नहीं थे
क्या करे हैं शायर, हम खुदा नहीं थे
क्या करे हैं शायर, हम खुदा नहीं थे
[Verse 2]
तुम करते रहे शिकायते
हम करते रहे ज़ेहमतें
कसीदे पढ़ते तुम छोटी बात पे
हम रहमतें ही पढ़ते गए
मैंने सुना निकाह हुआ तेरा किसी क्लर्क (Clerk) से था
हम नामी शायर मेरा इशारा सबक से थे
हम आगे ही बढ़ते गए
[Pre-Chorus]
मेरी बर्बादी को शोहरत का नाम दो
मेरे होश के हाँथों में जाम दो
पहले लिखते थे खातिर अब ख़िलाफ है
उसे मेरा आखिरी सलाम दो
[Chorus]
गिराए रोशनी जो आफ़्ताब से
खुदगर्ज़ ही भले, हम आसमां नहीं थे
अब हम ज़रा ज़रा लिखते हैं बुरा
क्या करे हैं शायर, हम खुदा नहीं थे
क्या करे हैं शायर, हम खुदा नहीं थे
क्या करे हैं शायर, हम खुदा नहीं थे
[Bridge]
ये नफ़रत, ये स्याह ग़म की नुमाईश
बिकती है काफ़ी बाज़ार में
हम जैसा एक होता है मजनूं
हारे हैं दो हज़ार एक हज़ार में
कोई तो समझे है मेरी कराहें
इस दर्द पर ना मेरे दाद दो
और कोई समझ के मैखाना
जाम ना छलकादे मेरे इश्क की मज़ार पे
[Pre-Chorus]
लोग पिटते थे जमके क्यूं तालियां
इश्क से हुए हम दिवालिया
चाय पीने तो घर आना कभी
तेरे होठों से लगेंगी घर की प्यालियां
[Outro]
मेरी हर ग़ज़ल में तेरा ही तो घर हैं
तेरे एक ख़्याल में भी अब हम नहीं थे
अब हम ज़रा ज़रा लिखते हैं बुरा
क्या करे हैं शायर, हम खुदा नहीं थे
गिराए रोशनी जो आफ़्ताब से
खुदगर्ज़ ही भले, हम आसमां नहीं थे
अब हम ज़रा ज़रा लिखते हैं बुरा
क्या करे हैं शायर, हम खुदा नहीं थे
क्या करे हैं शायर, हम खुदा नहीं थे
क्या करे हैं शायर, हम खुदा नहीं थे
क्या करे हैं शायर, हम खुदा नहीं थे
Hum Khuda Nahi They was written by Gaurav Kadu & Fiddlecraft.
Hum Khuda Nahi They was produced by Fiddlecraft.
Fiddlecraft released Hum Khuda Nahi They on Fri Mar 22 2024.