[Prabh Deep & Vasu Raina "Hum Dum" के बोल]
[Intro]
हम-दम, हम-दम, हम-दम
हम-दम, हम-दम, हम-दम
हम-दम, हम-दम, हम-दम
हम-दम, हम-दम, हम-दम
[Chorus: Prabh Deep]
(हम-दम) हम-दम मेरे, हर पल तेरे
ਕਿੱਸੇ-ਕਹਾਣੀ ਸੁਣਾਉਣੀ ਐ
(हम-दम) हम-दम मेरे, हर पल तेरे
ਨਾਲ ਬਿਤਾਅ ਕੇ ਨਿਭਾਉਣੇ ਐ
(हम-दम) हम-दम मेरे, हर पल तेरे
ਕਿੱਸੇ-ਕਹਾਣੀ ਸੁਣਾਉਣੀ ਐ
(हम-दम) हम-दम मेरे, हर पल तेरे
ਨਾਲ ਬਿਤਾਅ ਕੇ ਨਿਭਾਉਣੇ ਐ
[Verse 1: Prabh Deep]
फ़ूलों के बिस्तर पे चेहरा तेरा
मेरा दिन बन गया, दिल जल गया
वादियों में गुम हम दोनों, शहरों से दूर
दिमाग़ पे जो चढ़ा ये फ़ितूर, फ़िज़ूल नहीं
पिछले जनम का जो साथ, भूल गई
साथ मैं हूँ तेरे, तुझे याद ये दिलाने, दूर नहीं
पेड़ों से फूल गिरे, जंगल की सैर
जब धूप तुझे लगी तो मैं छाँव तेरे लिए
संगीत मेरी दुनिया, मैं गाऊँ तेरे लिए
वा-वा-वादे निभाऊँ तेरे लिए
बात ये ज़रूर सही
चेहरे पे जो नूर तेरे, झूठ नहीं
भूख हमें लगी
पेट तेरा भरूँ, शांति मुझे मिली
तो महसूस हुआ प्यार में क़ुर्बानियाँ फ़िज़ूल नहीं
मेरे राज़ तेरे साथ हैं महफ़ूज़
दिल हुआ चोरी पर चोर का कसूर नहीं
[Chorus: Prabh Deep]
हम-दम मेरे, हर पल तेरे
ਕਿੱਸੇ-ਕਹਾਣੀ ਸੁਣਾਉਣੀ ਐ
(हम-दम) हम-दम मेरे, हर पल तेरे
ਨਾਲ ਬਿਤਾਅ ਕੇ ਨਿਭਾਉਣੇ ਐ
(हम-दम) हम-दम मेरे, हर पल तेरे
ਕਿੱਸੇ-ਕਹਾਣੀ ਸੁਣਾਉਣੀ ਐ
(हम-दम) हम-दम मेरे, हर पल तेरे
ਨਾਲ ਬਿਤਾਅ ਕੇ ਨਿਭਾਉਣੇ ਐ
[Verse 2: Vasu Raina]
है ज़िन्दगी यही तो (Hm-hm)
के हम तुम यहीं हो (यहीं)
ख़बर ये ना कहीं हो
बस हम और तुम वहीं—
ये मुस्कुराहटों की वो लाली दे दे जो सुकूँ
हम निगाहों में बरसे क़ैद होके
आसमाँ में घुल से जा रहे, हाय
गुम सा वो चेहरा, दिलनशीं, आफ़रीं
मैं हुआ मेहरबाँ, तुम आए
मेरी ज़िन्दगी में तेरी दिलकशी है ऐसी रंगी
मेरी जाना, मैंने जाना इस जहाँ में नहीं तुम सा हसीं
[Chorus: Prabh Deep]
(हम-दम) हम-दम मेरे, हर पल तेरे
ਕਿੱਸੇ-ਕਹਾਣੀ ਸੁਣਾਉਣੀ ਐ (ਕਿੱਸੇ-ਕਹਾਣੀ)
(हम-दम) हम-दम मेरे, हर पल तेरे
ਨਾਲ ਬਿਤਾਅ ਕੇ ਨਿਭਾਉਣੇ ਐ (ਨਾਲ ਬਿਤਾਅ ਕੇ)
(हम-दम) हम-दम मेरे, हर पल तेरे
ਕਿੱਸੇ-ਕਹਾਣੀ ਸੁਣਾਉਣੀ ਐ
(हम-दम) हम-दम मेरे, हर पल तेरे
ਨਾਲ ਬਿਤਾਅ ਕੇ ਨਿਭਾਉਣੇ ਐ
[Instrumental Outro]
Hum Dum was written by Prabh Deep & Vasu Raina.
Hum Dum was produced by Prabh Deep & SYPS.
Prabh Deep released Hum Dum on Tue Sep 09 2025.