तुम्हारी बातों में बातें तुम मेरी इतनी किया भी ना करो कहना चाहूँ कुछ भी मैं अगर तुम हिचकियों से रोका ना करो तुम्हारी यादों में याद तुम मुझे इतना किया भी ना करो कहना चाहूँ कुछ भी मैं अगर तुम हिचकियों से रोका ना करो