[Chorus]
हे दिनबन्धु, हे करुणा सिंधु
सब पे दया करना
हे दिनबन्धु, हे करुणा सिंधु
सब पे दया करना
जलाओ ज्ञान ज्योति मन में प्रभु
अपराध क्षमा करना
जलाओ ज्ञान ज्योति मन में प्रभु
अपराध क्षमा करना
हे दिनबन्धु, हे करुणा सिंधु
सब पे दया करना
[Verse 1]
मैं माया में उलझ गया था
जग को ही सत्य समझा था
मैं माया में उलझ गया था
जग को ही सत्य समझा था
परम सत्य को भूल गया
अपराध क्षमा करना हो
परम सत्य को भूल गया
अपराध क्षमा करना
[Refrain]
हे दिनबन्धु, हे करुणा सिंधु
सब पे दया करना
[Verse 2]
मैं बालक मूर्ख अज्ञानी
पा के निर्मल वाणी
मैं बालक मूर्ख अज्ञानी
पा के निर्मल वाणी
लिया न तेरा नाम कभी
अपराध क्षमा करना
लिया न तेरा नाम कभी
अपराध क्षमा करना
[Refrain]
हे दिनबन्धु, हे करुणा सिंधु
सब पे दया करना
[Verse 3]
धन ने ऐसा किया मन में घर
भूल गया मन तन हैं नश्वर
धन ने ऐसा किया मन में घर
भूल गया मन तन हैं नश्वर
नहीं कमाए पुण्य कर्म
अपराध क्षमा करना हूँ
नहीं कमाए पुण्य कर्म
अपराध क्षमा करना
[Refrain]
हे दिनबन्धु, हे करुणा सिंधु
सब पे दया करना
[Chorus]
हे दिनबन्धु, हे करुणा सिंधु
सब पे दया करना
जलाओ ज्ञान ज्योति मन में प्रभु
अपराध क्षमा करना
जलाओ ज्ञान ज्योति मन में प्रभु
अपराध क्षमा करना
हूँ… अपराध क्षमा करना
अपराध क्षमा करना
Hey Dinbandhu was written by Ravi Pawar & Sonu Nigam & Ajay Jhingran & Pandit Kiran Mishra.
Sonu Nigam released Hey Dinbandhu on Fri Nov 20 1998.