दुनिया की किताबों से इक दिन मुश्किल ना नाम मिट जाएगा
दुनिया की किताबों से इक दिन मुश्किल ना नाम मिट जाएगा
दुनिया की किताबों से इक दिन मुश्किल ना नाम मिट जाएगा
इंसाँ के इरादों के आगे अम्बर भी सर को झुकाएगा
अम्बर भी सर को झुकाएगा
दुनिया की किताबों से इक दिन मुश्किल ना नाम मिट जाएगा
समझो ना हमें तुम पत्थरदिल, सीने में हमारे प्यार भी है
नाज़ किसी-किसी की याद भी है, इक सपनों का संसार भी है
जो कुछ भी हसीं है इस जग में, कुछ और हसीं कहलाएगा
दुनिया की किताबों से इक दिन मुश्किल ना नाम मिट जाएगा
हर, हर बंधन को तोड़ के जब एक जशन मनाएगी दुनिया
तारों के सिंहासन पर जिस दिन इंसाँ को बिठाएगी दुनिया
उस दिन सब को रह-रह के मेरा ये गीत बहुत याद आएगा
इंसाँ के इरादों के आगे अम्बर भी सर को झुकाएगा
अम्बर भी सर को झुकाएगा
दुनिया की किताबों से इक दिन मुश्किल ना नाम मिट जाएगा
Duniya Ki Kitabon Se Ek Din was written by Shailendra.
Duniya Ki Kitabon Se Ek Din was produced by Shankar - Jaikishan.
Mohammed Rafi released Duniya Ki Kitabon Se Ek Din on Fri Jan 01 1971.