[A.R. Rahman "Dil Parinda" के बोल]
[Intro: Choir]
दिल परिंदा, ओ-ओ-ओ-ओ-ओ
दिल परिंदा, ओ-ओ
दिल परिंदा, दिल परिंदा
दिल परिंदा, दिल परिंदा, ओ
[Chorus: A.R. Rahman]
Ayy, ayy, ayy, ayy
दिल परिंदा jail से है भागा
फुर-फुर सोके जागा
Ayy, ayy, ayy
टूटा फ़िक्रों का ये धागा
अब तो ये मौज में है
मस्ती की खोज में है
चाबी के संग ये ताला तोड़ के निकला है साला
Ayy, ayy, ayy, ayy
दिल परिंदा jail से है भागा
फुर-फुर सोके जागा
[Instrumental Break]
[Verse 1: A.R. Rahman]
आज़ादी की ये बरसी जो रिम-झिम है ये
लगता है रात में भी दिन, दिन, दिन, दिन है
ये हाथों में क्यों जश्न का शरबत है ये
इस दिल की आज से ये लत, लत, लत, लत है
झूम ले दिल
[Chorus: A.R. Rahman]
Ayy, ayy, ayy, ayy
दिल परिंदा jail से है भागा
फुर-फुर सोके जागा
Ayy, ayy, ayy
टूटा फ़िक्रों का ये धागा
[Post-Chorus: Choir]
दिल परिंदा, परिंदा, परिंदा
दिल परिंदा, ओ
दिल परिंदा, परिंदा, परिंदा
दिल परिंदा, ओ
दिल परिंदा, परिंदा, परिंदा
दिल—
[Verse 2: A.R. Rahman]
पांव उड़ रहे हैं ये पतंगों की तरह
लम्हे हो गए हैं सात रंगों की तरह
पांव उड़ रहे हैं ये पतंगों की तरह
लम्हे हो गए हैं सात रंगों की तरह
है कहना अब यही
हमको प्यारी आज़ादी है
[Chorus: A.R. Rahman]
Ayy, ayy, ayy, ayy
दिल परिंदा jail से है भागा
फुर-फुर सोके जागा
Ayy, ayy, ayy
टूटा फ़िक्रों का ये धागा
अब तो ये मौज में है
मस्ती की खोज में है
चाबी के संग ये ताला तोड़ के निकला है साला
[Post-Chorus: Choir]
दिल परिंदा, परिंदा, परिंदा
दिल परिंदा, ओ
दिल परिंदा, परिंदा, परिंदा
दिल परिंदा, ओ
दिल परिंदा, परिंदा, परिंदा
दिल—
Dil Parinda was written by A.R. Rahman & Kumaar.
Dil Parinda was produced by A.R. Rahman.
A.R. Rahman released Dil Parinda on Thu Aug 28 2025.
While working on “Dil Parinda”, I wanted the composition to feel like effortless, uplifting, and full of joy. Since the film speaks through silence, this song became a way to channel its rhythm and spirit.
— A.R. Rahman via The Daily Jagran