[gini "Chaukhat (Acoustic)" के बोल]
[Verse 1]
चौखट पे खड़े हो क्यूं?
समझाओ मुझे रूबरू
ये कैसे हुआ, कहां से धुआं?
सांझ पे छाया बन गया
आंखें उठाओ तुम
ज़मीन में न हो गुम
ये कैसे हवा, ये भूखा बवंडर
रात को राख कर गया
[Pre-Chorus]
ये तुमने किया, तो मेरा जिया
भोर में बैरी बन गया
[Chorus]
पर फिर कभी
मिलें हम यहीं
सवेरे के आंचल की छांव सही
जब तक तुम्हें, ये भेड़िए
छोड़ें न, मैं यूं धीर में वही
चौखट परिंदे गिनती रहूंगी
[Verse 2]
बरामदे की बंदिशें
बीज से भर दिए
बुझ जाएं ख्वाहिशें
सोच न पाएं ये
बैरी जो बन गया सखा
भूत में बिगड़ गए
अब सहें मुश्किलें
हाथ थाम के ही ये
भावी में बढ़ लिए
मुड़ के हंस दो ज़रा
बाद में हम अगर
जो जाएंगे बिखर
सांसें, यही हवा
ये ज़मीन, ये जहां
[Bridge]
ये तुमने किया, तो मेरा जिया
कल कली बन गया
[Pre-Chorus]
ये तुमने किया, तो मेरा जिया
बीज से बड़ बन गया
[Chorus]
पर फिर कभी
मिलें हम यहीं
सवेरे के आंचल की छांव सही
जब तक तुम्हें, ये भेड़िए
छोड़ें न, मैं यूं धीर में वही
चौखट परिंदे
चौखट परिंदे
चौखट परिंदे गिनती रहूंगी
Chaukhat (Acoustic) was written by gini (IND).
Chaukhat (Acoustic) was produced by gini (IND).
gini (IND) released Chaukhat (Acoustic) on Fri Jun 21 2024.