Chaman Mein Rah Ke Virana by Shamshad Begum
Chaman Mein Rah Ke Virana by Shamshad Begum

Chaman Mein Rah Ke Virana

Shamshad Begum * Track #7 On Deedar

Chaman Mein Rah Ke Virana Lyrics

चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है

ख़ुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
ख़ुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना

ना जाने क्यूँ बदलती जा रही है ज़िंदगी मेरी
ना जाने ज़िंदगी मेरी
ना जाने क्यूँ बदलती जा रही है ज़िंदगी मेरी
ना जाने ज़िंदगी मेरी

मैं दिल से बेख़बर, दिल मुझसे ग़ाफ़िल होता जाता है
चमन में रह के वीराना

ये उलझन और ये बेचैनी, ये धड़कन और ये बेताबी
ये धड़कन और ये बेताबी
ये उलझन और ये बेचैनी, ये धड़कन और ये बेताबी
ये धड़कन और ये बेताबी

मेरा दिल जाने किन तीरों से घायल होता जाता है
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
ख़ुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन में रह के वीराना

Chaman Mein Rah Ke Virana Q&A

Who wrote Chaman Mein Rah Ke Virana's ?

Chaman Mein Rah Ke Virana was written by Shakeel Badayuni.

Who produced Chaman Mein Rah Ke Virana's ?

Chaman Mein Rah Ke Virana was produced by Naushad.

When did Shamshad Begum release Chaman Mein Rah Ke Virana?

Shamshad Begum released Chaman Mein Rah Ke Virana on Sat Dec 01 1951.

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