[Faheem Abdullah "Bichadna" के बोल]
[Intro]
ज़रा सा हँस के दिखाओ, के अब बिछड़ना है
शदीद सा है तनाव, के अब बिछड़ना है
ज़रा सा हँस के दिखाओ, के अब बिछड़ना है
शदीद सा है तनाव, के अब बिछड़ना है
[Chorus]
बिसात-ए-इश्क़ पे इस ज़िन्दगी ने चुपके से
चला है आखरी दाव, के अब बिछड़ना है
ज़रा सा हँस के दिखाओ, के अब बिछड़ना है
ज़रा सा हँस के दिखाओ, के अब बिछड़ना है
[Verse 1]
तुम्हारी भीगती आँखें तो मैंने देख ली है
तुम्हारी भीगती आँखें तो मैंने देख ली है
[Chorus]
ना मुझसे नज़रें चुराओ, के अब बिछड़ना है
ना मुझसे नज़रें चुराओ, के अब बिछड़ना है
ज़रा सा हँस के दिखाओ, के अब बिछड़ना है
शदीद सा है तनाव, के अब बिछड़ना है
[Bridge]
ये मेरे हाथ ना थामेंगे तेरे हाथ कभी
लो इसपे हाथ मिलाओ, के अब बिछड़ना है
ज़रा सा बाँट ही डालो, के दुख बड़ा है बहुत
मुझे गले से लगाओ, के अब बिछड़ना है
ज़रा सा हँस के दिखाओ, के अब बिछड़ना है
ज़रा सा हँस के दिखाओ, के अब बिछड़ना है
[Verse 2]
हम ऐसी रेल में बैठे है, हाथ थामे हुए (हम्म)
है जिसका अगला पड़ाव, के अब बिछड़ना है (हम्म)
हम ऐसी रेल में बैठे है, हाथ थामे हुए (ओह-ओह-ओ)
है जिसका अगला पड़ाव, के अब बिछड़ना है
है जिसका अगला पड़ाव, के अब बिछड़ना है
है जिसका अगला पड़ाव, के अब बिछड़ना है
[Outro]
ओह-हो-हो-हो-ओह-हो, ओह-हो-हो-हो-ओह-हो
ओह-हो-हो-हो-हो
ना-ना-ना, ला-ना-ना, ला-ओह
ओह-ओह-ओह
ओह-ओह-ओह, ओह-हो
हम्म-म्मह-म्मह
म्मह-म्मह-हम्म
म्मह-म्मह-म्मह
म्मह
Bichadna was written by Amir Ameer & Faheem Abdullah.
Faheem Abdullah released Bichadna on Mon Aug 04 2025.