Badi Haseen Raat Thi by Jagjit Singh
Badi Haseen Raat Thi by Jagjit Singh

Badi Haseen Raat Thi

Jagjit Singh * Track #6 On The Latest

Badi Haseen Raat Thi Lyrics

चराग़-ओ-आफ़ताब गुम, बड़ी हसीन रात थी
चराग़-ओ-आफ़ताब गुम, बड़ी हसीन रात थी
शबाब कि नक़ाब गुम, बड़ी हसीन रात थी
चराग़-ओ-आफ़ताब गुम, बड़ी हसीन रात थी

मुझे पिला रहे थे वो कि ख़ुद ही शम्मा बुझ गई
मुझे पिला रहे थे वो कि ख़ुद ही शम्मा बुझ गई
गिलास गुम, शराब गुम, बड़ी हसीन रात थी
चराग़-ओ-आफ़ताब गुम, बड़ी हसीन रात थी

लिखा था जिस किताब में कि इश्क़ तो हराम है
लिखा था जिस किताब में कि इश्क़ तो हराम है
हुई वही किताब गुम, बड़ी हसीन रात थी
चराग़-ओ-आफ़ताब गुम, बड़ी हसीन रात थी

लबों से लब जो मिल गए, लबों से लब ही सिल गए
लबों से लब जो मिल गए, लबों से लब ही सिल गए

सवाल गुम, जवाब गुम, बड़ी हसीन रात थी
चराग़-ओ-आफ़ताब गुम, बड़ी हसीन रात थी
शबाब कि नक़ाब गुम, बड़ी हसीन रात थी
चराग़-ओ-आफ़ताब गुम, बड़ी हसीन रात थी

Badi Haseen Raat Thi Q&A

Who wrote Badi Haseen Raat Thi's ?

Badi Haseen Raat Thi was written by Sudarshan Faakir.

Who produced Badi Haseen Raat Thi's ?

Badi Haseen Raat Thi was produced by Jagjit Singh.

When did Jagjit Singh release Badi Haseen Raat Thi?

Jagjit Singh released Badi Haseen Raat Thi on Fri Jan 01 1982.

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