[Chorus]
हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी
छाँव है कभी, कभी है धूप ज़िंदगी
हर पल यहाँ जी भर जियो
जो है समाँ कल हो न हो
हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी
छाँव है कभी, कभी है धूप ज़िंदगी
हर पल यहाँ जी भर जियो
जो है समाँ कल हो न हो
[Verse 1]
चाहे जो तुम्हें पूरे दिल से
मिलता है वो मुश्किल से
ऐसा जो कोई कहीं है
बस वो ही सबसे हसीं है
उस हाथ को तुम थाम लो
वो मेहरबाँ कल हो न हो
[Chorus]
हर पल यहाँ जी भर जियो
जो है समाँ कल हो न हो
[Verse 2]
पलकों के ले के साये
पास कोई जो आये
लाख सम्भालो पागल दिल को
दिल धड़के ही जाये
पर सोच लो इस पल है जो
वो दास्ताँ कल हो न हो
[Chorus]
हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी
छाँव है कभी, कभी है धूप ज़िंदगी
हर पल यहाँ जी भर जियो
जो है समाँ कल हो न हो
हर पल यहाँ जी भर जियो
जो है समाँ कल हो न हो
[Outro]
जो है समाँ कल हो न हो
Kal Ho Naa Ho was written by Javed Akhtar.
Kal Ho Naa Ho was produced by Shankar Ehsaan Loy.
Shankar Ehsaan Loy released Kal Ho Naa Ho on Mon Sep 15 2003.
Shankar Ehsaan Loy, composers (via Twitter):
“Often people ask us which song is our favourite song as a trio and the answer is Kal Ho Na Ho, it is a song that will always have a special place in our hearts.”
Ehsaan Noorani, composer:
“I think Kal Ho Naa Ho is a good amalgamation of the sound that...