[Parv Music, SickLot & UZMAN "Agyakaari" के बोल]
[Intro: Parv Music]
आज्ञाकारी
[Verse 1: Parv Music]
जब mic पे आते Parv और Sick
लेके अपना सारा दर्द और दिल
सारे पूछे इतनी सी उम्र में कैसे कर लेते
ना उन्हें पता कितना टूटा घर और लगे कितने दिन
Parv Sharma, उत्तर प्रदेश की पैदाइश
शुरू से माँ का लाड़ला, शुरू से रहा माहिर
शुरू से सबका खास क्योंकि करता था पढ़ाई
पर जबसे लिखा अपना खुदका, pen की कीमत समझ आई
पीस-पीस डाला पहला गाना और सुना पहला ताना
कुछ ढंग का कर लेना अगर घर पे है पैसा ला रहा
पर मैं किसीकी सुनने वाला कहा
तीन साल बाद, आज मुझे सुनते हैं कुछ लाख
बीस-बीस मिला Ansh से, कहता एक और लड़का है
तुझ जैसे खूब लिखता है, तू है अकेला नहीं
हुई मेरी Shrey से पहली बात
चौदह साल के लड़के में कैसे हुनर लिखना था
मैं अकेला नहीं था जो भागा सपनों के पीछे
छोड़ के अपनों को पीछे, तोड़के जितने भी शीशे
दो छोटे से बच्चे कैसे इन मर्दों में जीते
आज हंसते हैं कहके कि हम इन दर्दों से सीखे
आज, पापा चोड़ से कहते ये मेरा बेटा है
बहने गर्व से कहती ये मेरा भाई है
माँ की आँखों में मैं आँसू देखता हूँ जब भी खुशी के
पता चलता है मेरी क्या कमाई है
सब बोले तुझे जाने सब बस Karma की वजह से
मैं बोलू मुझे जाने मेरे कर्मा की वजह से
जितना मिला गानों से, है वापिस भी देना
कुछ बोले DM में, मैं जी रहा हूँ Parv Sharma की वजह से
कुछ पा लिया, खुद से हूँ मैं बहुत दूर
अब सारे चाहने वाले बोले बहुत खूब
सब पूछे मुझसे, "रुकेगा कब तू?"
जब Parv और SickLot होंगे सभी के top two
आज्ञाकारी
[Verse 2: SickLot]
सातवीं class, आँखें बंद मेरे थे बहुत सपने
डाला था पहला गाना, हँसते मेरे दोस्त अपने
पर आज वो बोलते, "काश हम तेरे जैसे हो सकते"
It makes me feel शायद सबके होते दो चेहरे
खैर, दो चेहरे नहीं पर मेरे पास दो रास्ते
और सोचू कि कहाँ पे मेरी जगह कोई जवाब दे
एक तरफ है वो जहाँ पे जा रहे थे सारे classmates
एक तरफ जहाँ खाली गुफा में बस एक थी रोशनी
मुझे बस रोशनी दिखी तो कभी खौफ नहीं करी
बनाके audio की reel'ein डाली, hopes नहीं थी कोई
पर था मिला एक परिवार, Hustlepur
तब सीखा था तरीका, hustle full
तभी सुना था गाना एक हाँ, "Roar" उसका नाम था
तब देखा पहली बार ये rapper मुरादाबाद का
सोचा था कि आज का पर कल का भी scene इसके कंधों पे
इसमें वही भूख जो खाले career एक-आध बंदों के
और आज, देखोगे तो आप भी ये समझोगे
कि कोई नहीं रोक पाता जब भी mic पे आते Parv और Shrey
तो कभी रुकना नहीं है, अब हम हैं आगे काफी
पर इसका दुगना चाहिए और कोई दुख ना चाहिए
और पूरा होने पे जो खत्म ना हो सपना चाहिए
और धोखे झेले इतने ज्यादा मुझे अब ना चाहिए
और उनका सबका चाहिए भरोसा जो कहते music से नहीं किसीका भी कभी घर होगा
और जब होगा तो सबको दिखाना है
सुना सबने मुझे, तभी लगता दाम मेरे गमों का
[Outro: Parv Music & SickLot]
कभी भी हार ना मानी, कभी ना नाइंसाफी
अब रहता खुश जैसे हो कभी ये दिल दुखा नहीं
जिंदा ये कलाकारी, सभी के हम आभारी
बचपन से आज्ञाकारी, बचपन से आज्ञाकारी
कभी भी हार ना मानी, कभी ना नाइंसाफी
अब रहता खुश जैसे हो कभी ये दिल दुखा नहीं
जिंदा ये कलाकारी, सभी के हम आभारी
बचपन से आज्ञाकारी, बचपन से आज्ञाकारी
Agyakaari was written by Parv Music & SickLot.
Agyakaari was produced by UZMAN.